ज्यादातर लोगों ने SEO में ऑफ-पेज और ऑन-पेज SEO के बारे में ही सुना होगा लेकिन जितने महत्वपुर्ण ऑफ-पेज और ऑन-पेज है उतना ही महत्वपुर्ण Technical-SEO भी है. तो जैसा की पिछले ब्लॉग में बताया गया था की “On-Page SEO क्या है और कैसे करते है” उसी प्रकार इस ब्लॉग में आपको टेक्निकल SEO की पूरी जानकारी मिलेगी जो आपकी वेबसाइट के लिए बहुत ही लाभकारी होने वाली है. सबसे पहले तो आप ये समझले की टेक्नीकल SEO को ही एडवांस SEO भी कहते है. तो इन दो अलग-अलग नामो को सुनकर बिलकुल भी दुविधा में मत आइये.
मैं आपको कुछ पॉइंट्स के जरिये टेक्निकल SEO की जानकारी दूंगा जिससे आपको समझने में आसानी होगी।
USE SSL Certificate:- SSL का पूरा नाम (Secure Sockets Layer) सर्टिफिकेट है. जो की एक डिजिटल सर्टिफिकेट होता और इसका प्रयोग ब्राउज़र (Chrome, firefox, safari, आदि ) के यूजर और किसी भी वेबसाइट के बीच सुरक्षित सम्बन्ध बनाने के लिए किया जाता है.
SSL सर्टिफिकेट यह सत्यापित करता है की ब्राउज़र के यूजर और वेबसाइट के बीच जो भी इनफार्मेशन का लेन-देन हो रहा है वह पूरी तरह से सुरक्षित है. गूगल के अपडेट के अनुसार यह एक रैंकिंग फैक्टर भी बन चूका है. यदि वेबसाइट में SSL सर्टिफिकेट का इस्तेमाल नहीं किया जाता है तो वेबसाइट को असुरक्षित माना जाता है और वेबसाइट रैंकिंग में भी गिरावट देखने को मिलती है.
SSL Certificate लगने से वेब पेज के URL में http:// की जगह https:// आने लगता है.
Website Loading Speed:- वेबसाइट के गति का धीमा होना किसी भी यूजर के लिए बहुत ही बेकार अनुभव होता है. धीमी गति की वेबसाइट रैंकिंग पर बहुत ही गन्दा असर डालती है. तो यह पक्का करले की आपकी वेबसाइट की गति धीमी तो नहीं है. और यदि है तो वेबसाइट डिज़ाइनर या फिर डेवेलपर से उसको सही करवाए.
Website Duplicate Issue:- यह सुनिश्चित करले की वेबसाइट केवल 1 ही URL पर खुले न की अलग अलग URL पर कुछ इस प्रकार:
- www.xyz.com
- https://www.xyz.com
- https://xyz.com
यदि वेबसाइट 1 से ज्यादा URL पर खुल रही है तो ऐसा हो सकता है की हम गूगल को दुविधा में डाल रहे है की वो हमारी किस URL को सर्च इंजन पर दिखाए. इसलिए redirect का उपयोग करे और वेबसाइट को केवल 1 की URL पर खुलने दे. ऐसा करना वेबसाइट के लिए अच्छा साबित होगा.
Sitemap For Website:- sitemap एक फाइल होती है जिसके जरिये गूगल को हमारे सभी web pages की जानकारी बहुत ही आसानी से मिल जाती है और जो वेबसाइट की जल्दी इंडेक्सिंग और क्रॉलिंग के लिए बहुत ही लाभदायक होते है. इस फाइल का पूरा URL “sitemap.XML” होता है
Crawling Issue:- crawling issue का मतलब होता है की Google’s boats आपकी वेबसाइट पर तो आये है लेकिन इनफार्मेशन प्राप्त नहीं कर पाए किसी समस्या की वजह से. तो यह सुनिश्चित कर ले की वेबसाइट में क्रॉलिंग और इंडेक्सिंग की समस्या न हो. समस्या कुछ इस प्रकार हो सकती है की वेबसाइट के हेड में “no-index” का टैग लगा हो जिसकी वजह से क्रॉलिंग की समस्या देखने को मिलती है.
Robots. TXT:- यह एक प्रकार की फाइल होती है जिसके जरिये हम यह तय करते है की कौन सा पेज की इनफार्मेशन हम गूगल को नहीं देना चाहते। इसकी मदद से हम अपने वेबसाइट के पेज की इनफार्मेशन गूगल को देने से रोकते है और SEO करते समय हम अपनी सुविधा के अनुसार इस्तेमाल कर सकते है.
Mobile-Friendly Website:- वेबसाइट का मोबाइल-फ्रेंडली होना एक रैंकिंग फैक्टर बन चुका है आज कल 100 में से 100 लोग मोबाइल फ़ोन का इस्तेमाल करते है और हर जरुरत की चीज को मोबाइल द्वारा ही खोजते है. इस बात को ध्यान में रखते हुए गूगल द्वारा दिए गए अपडेट में यह साफ़ कहा गया की मोबाइल में रैंकिंग प्राप्त करने के लिए वेबसाइट का मोबाइल-फ्रेंडली होना बहुत जरुरी है.
Mobile-Friendly and Mobile responsive दोनों एक ही बात है. इसकी सहायता से वेबसाइट किसी भी डिवाइस जैसे की “iPhone, Android, iPad” सभी उपकरण पर खुलती है.
SEO-Friendly URL Structure:- वेबसाइट का URL SEO-Friendly होने से वेबसाइट को रैंक करने में मदद मिलती है. इसके जरिये गूगल को बहुत ही आसानी से वेब पेज किस बारे में है ये clear हो जाता है
उदाहरण से समझते है :- मान लीजिये की वेब पेज का कीवर्ड “website design” है तो वेबपेज कुछ इस प्रकार होना चाहिए “www.xyz.com/website-design“.
Fix Broken Links:- ऐसे बाहरी या आंतरिक लिंक जो पहले अस्तित्व में थे लेकिन किसी कारण से अब टूट चुके है उनको ही broken links बोलते है. ये user-experience को तो ख़राब करते है बल्कि साथ-साथ वेबसाइट के लिए भी हानिकारक होते है. और गूगल के लिए वेबसाइट की इज्जत ख़राब हो जाती है जिससे वेबसाइट की रैंक डाउन जाने का भी खतरा होता है. तो समय-समय पर इनको देखते रहे और सही करते रहे.
Schema Markup:- Schema Markup और structure Data ये दोनों एक ही बात है इसका उपयोग वेबसाइट की जानकारी आसानी से गूगल तक पहुंचाने में किया जाता है. भले ही किसी भी प्रकार की वेबसाइट को वेबसाइट की सभी पेज पर Schema markup का उपयोग जरूर करना चाहिए.
यह एक प्रकार कोड होता है जिसे वेबसाइट के head section में लगाया जाता है.
निष्कर्ष:- किसी भी वेबसाइट के लिए ऑन-पेज ऑफ-पेज और टेक्निकल SEO ये तीनो ही जरुरी होते है. और वेबसाइट के ऊपर ऑफ-पेज शुरू करने से पहले अच्छे से ऑन-पेज और टेक्निकल SEO कर ले ताकि अच्छा परिणाम मिल सके.